Ashok khaachar
ग़ज़ल मेरी इबादत …
Pages
(Move to ...)
Home
Contact
About
▼
Sunday, 26 May 2013
अहमद फ़राज़
›
अहमद फ़राज़ की ग़ज़लें अगर तुम्हारी ही आन का हैं सवाल चलो मैं हाथ बढ़ाता हूँ दोस्ती के लिए - अहमद फराज़ श...
17 comments:
Wednesday, 15 May 2013
किताबें बोलती है - 3
›
ज़ज्बात : मनु दूर जाने से किसने रोका है बस ख़यालों से परे रहने की इज़ाज़त नही तुझे तेरी तलाश जब भी ख़त्म करनी चाही...
47 comments:
Tuesday, 23 April 2013
किताबें बोलती है - 2
›
यादों का सफ़र : रेखा अग्रवाल भीड में खो गई मेरी पहचान, मैं मिलूँ तो मेरा पता लिखना! मुझे जनाब अनवारे इस्लाम ...
30 comments:
Sunday, 14 April 2013
किताबें बोलती है - 1
›
एक ख़ुशबू टहलती रही : मोनिका हठीला मै और मेरे दोस्त ' जोगी जसदनवाला ' इस साल की शरूआत में भूज दोस्त अजीत प...
38 comments:
Wednesday, 10 April 2013
मुनव्वर राना
›
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई मैं घर में सबसे छोटा था मेरी हिस्से में माँ आई - मुनव्वर ...
15 comments:
‹
›
Home
View web version